(गीतकार : कैफ़ी आज़मी) कोई ये कैसे बताए कि वो तन्हा क्यूँ हैवो जो अपना था वही और किसी का क्यूँ हैयही दुनिया है तो फिर ऐसी ये दुनिया क्यूँ […]
(गीतकार : कैफ़ी आज़मी) कोई ये कैसे बताए कि वो तन्हा क्यूँ हैवो जो अपना था वही और किसी का क्यूँ हैयही दुनिया है तो फिर ऐसी ये दुनिया क्यूँ […]
(गीतकार : कैफ़ी आज़मी) झुकी झुकी सी नज़र बे-क़रार है कि नहींदबा दबा सा सही दिल में प्यार है कि नहींझुकी झुकी सी नज़र… तू अपने दिल की जवां धड़कनों […]
(गीतकार : कैफ़ी आज़मी) तुम इतना जो मुस्कुरा रहे होक्या ग़म है जिस को छुपा रहे होतुम इतना जो… आंखों में नमी हंसी लबों परक्या हाल है क्या दिखा रहे […]