(गीतकार : जावेद अख्तर) तुमको देखा तो ये ख़याल आयाज़िंदगी धूप, तुम घना सायातुमको देखा तो ये ख़याल आया… तुमको देखा तो ये ख़याल आयाज़िंदगी धूप, तुम घना सायातुमको देखा […]
(गीतकार : जावेद अख्तर) तुमको देखा तो ये ख़याल आयाज़िंदगी धूप, तुम घना सायातुमको देखा तो ये ख़याल आया… तुमको देखा तो ये ख़याल आयाज़िंदगी धूप, तुम घना सायातुमको देखा […]
(गीतकार : कैफ़ी आज़मी) कोई ये कैसे बताए कि वो तन्हा क्यूँ हैवो जो अपना था वही और किसी का क्यूँ हैयही दुनिया है तो फिर ऐसी ये दुनिया क्यूँ […]
(गीतकार : सुदर्शन फ़ाकिर) ये दौलत भी ले लो ये शोहरत भी ले लोभले छीन लो मुझ से से मेरी जवानीमगर मुझ को लौटा दो वो बचपन का सावनवो काग़ज़ […]
(गीतकार : जावेद अख्तर)(चलचित्र : साथ साथ) प्यार मुझसे जो किया तुमने तो क्या पाओगीमेरे हालत की आंधी में बिखर जओगीप्यार मुझसे जो… रंज और दर्द की बस्ती का मैं […]
(गीतकार : गुलज़ार) हाथ छूटें भी तो रिश्ते नहीं छोड़ा करतेवक़्त की शाख़ से लम्हे नहीं तोड़ा करतेहाथ छूटें भी तो… जिस की आवाज़ में सिलवट हो निगाहों में शिकनऐसी […]
(गीतकार : समीर) जिये तो जिये कैसे, बिन आपके (दो बार)लगता नहीं दिल कहीं, बिन आपकेजिये तो जिये कैसे… कैसे कहूँ बिना तेरे ज़िन्दगी ये क्या होगीजैसे कोई सज़ा कोई […]
(गीतकार : निदा फ़ाज़ली) होश वालों को ख़बर क्या बेख़ुदी क्या चीज़ हैइश्क़ कीजे फिर समझिए ज़िन्दगी क्या चीज़ हैहोश वालों को… उन से नज़रें क्या मिली रोशन फ़िज़ाएँ हो […]
(गीतकार : मिर्ज़ा ग़ालिब) हज़ारों ख़्वाहिशें ऐसी कि हर ख़्वाहिश पे दम निकलेबहुत निकले मिरे अरमान लेकिन फिर भी कम निकले… निकलना ख़ुल्द से आदम का सुनते आए हैं लेकिनबहुत बे-आबरू […]
(गीतकार : हस्तीमल हस्ती) प्यार का पहला ख़त लिखने में वक़्त तो लगता हैनए परिंदों को उड़ने में वक़्त तो लगता है… जिस्म की बात नहीं थी उन के दिल तक […]
(गीतकार : निदा फ़ाज़ली) हर तरफ़ हर जगह बे-शुमार आदमीफिर भी तन्हाइयों का शिकार आदमी… सुब्ह से शाम तक बोझ ढोता हुआअपनी ही लाश का ख़ुद मज़ार आदमी… हर तरफ़ भागते […]